· संरक्षा, समयपालनबद्धता और स्वच्छता पर बल
· स्टेशनों के पुनर्विकास और उन्नयन पर ध्यान केंद्रित
नई दिल्ली: रवनीत सिंह बिट्टू, केंद्रीय रेल राज्य मंत्री और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने आज नई दिल्ली के बड़ौदा हाउस में उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की। रवनीत सिंह बिट्टू ने संरक्षा, समयपालनबद्धता के साथ-साथ अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम और एक स्टेशन एक उत्पाद (ओएसओपी) योजना का गहन विश्लेषण किया। उन्होंने राष्ट्रीय महत्व की विभिन्न ढाँचागत परियोजनाओं जैसे उधमपुर -श्रीनगर- बारामुला रेल लिंक परियोजना (यूएसबीआरएल) और ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेल लिंक परियोजना का भी जायजा लिया । 272 किलोमीटर की यूएसबीआरएल परियोजना में से 209 किलोमीटर पहले से ही चालू है। उन्होंने कहा कि हर मौसम में उपलब्ध रहने वाला रेल संपर्क जम्मू-कश्मीर के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और माल, खासकर फलों और उत्पादकों के लिए सस्ता परिवहन उपलब्ध होगा, जिससे व्यापार और आवगमन में सुधार होगा।
उन्होंने ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेल लिंक परियोजना के निर्माण कार्य की भी गहन समीक्षा की । उन्होंने बताया कि ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेल लिंक परियोजना से उत्तराखंड राज्य में स्थित तीर्थस्थलों तक पहुंच सुगम हो जाएगी और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
शोभन चौधुरी , महाप्रबंधक ने उत्तर रेलवे का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया तथा उत्तर रेलवे में चल रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में मंत्री जी को अवगत कराया। बैठक में अन्य प्रमुख विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।
रवनीत सिंह बिट्टू केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने निर्देश दिया कि संरक्षा, समयपालनबद्धता, स्वच्छता और बुनियादी ढांचागत परियोजनाएं रेलवे की मुख्य प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार और ट्रेनों के सुरक्षित संचालन पर जोर दिया ।
भारतीय रेलवे को आधुनिक और कुशल नेटवर्क में बदलने के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरी बैठक के दौरान स्पष्ट दिखाई दी। रवनीत सिंह बिट्टू ने उत्तर रेलवे के कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों की सराहना की तथा उत्तर रेलवे द्वारा अब तक की गई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।